knee meniscus rupture

घुटने के मेनिस्कस फटने के बारे में जानकारी

घुटना हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण जोड़ है, जिससे हम चलने-फिरने, दौड़ने, बैठने और अन्य शारीरिक क्रियाओं को आसानी से कर पाते हैं। लेकिन कभी-कभी घुटने में चोट लगने के कारण या उम्र के साथ इसके भीतर की संरचनाओं में क्षति हो जाती है। इनमें से एक प्रमुख समस्या है “मेनिस्कस का फटना”।

मेनिस्कस क्या होता है?

मेनिस्कस एक तरह का कार्टिलेज (उपास्थि) होता है, जो हमारे घुटने के अंदर मौजूद होता है। यह एक कुशन की तरह काम करता है, जो घुटने के जोड़ को सुरक्षा प्रदान करता है और घुटने के जोड़ों के बीच के घर्षण को कम करता है। सामान्यतः, प्रत्येक घुटने में दो मेनिस्कस होते हैं—एक अंदरूनी और दूसरा बाहरी।

मेनिस्कस फटने के कारण

मेनिस्कस फटना कई कारणों से हो सकता है, जैसे:

  • घुटने में चोट लगना: खेल के दौरान, अचानक से मुड़ने या झटका लगने पर मेनिस्कस फट सकता है।
  • बढ़ती उम्र: उम्र बढ़ने के साथ मेनिस्कस कमजोर हो जाता है और आसानी से फट सकता है।
  • अत्यधिक शारीरिक गतिविधि: जो लोग रोजाना घुटने पर ज्यादा दबाव डालते हैं, उनमें मेनिस्कस फटने का जोखिम अधिक होता है।

मेनिस्कस फटने के लक्षण

मेनिस्कस फटने के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं:

  • घुटने में दर्द: घुटने के अंदरूनी या बाहरी हिस्से में दर्द महसूस होना।
  • सूजन: घुटने में सूजन आ जाना।
  • अकड़न: घुटने को मोड़ने या सीधा करने में कठिनाई।
  • घुटने को मोड़ने में तकलीफ: घुटना लॉक हो जाना या उसमें झटका महसूस होना।

मेनिस्कस फटने पर क्या करें?

अगर आपको लगता है कि आपका मेनिस्कस फट गया है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। मेनिस्कस फटने की पुष्टि के लिए डॉक्टर आपके घुटने की जाँच करेंगे और आवश्यकतानुसार MRI या अन्य स्कैनिंग टेस्ट कर सकते हैं।

उपचार के विकल्प

मेनिस्कस फटने के उपचार के लिए कई विकल्प उपलब्ध होते हैं, जो फटने की गंभीरता और मरीज की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करते हैं:

  • आराम और बर्फ से सिकाई: हल्के फटे मेनिस्कस के मामलों में, घुटने को आराम देना और बर्फ से सिकाई करना लाभकारी हो सकता है।
  • दवा: सूजन और दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर दर्द निवारक दवाओं का सुझाव दे सकते हैं।
  • फिजियोथेरेपी: घुटने की ताकत और गतिशीलता को पुनः प्राप्त करने के लिए फिजियोथेरेपी आवश्यक हो सकती है।
  • सर्जरी: अगर मेनिस्कस का फटना गंभीर है और उपरोक्त उपचारों से सुधार नहीं हो रहा है, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

सर्जरी के बाद की देखभाल

सर्जरी के बाद सही तरीके से देखभाल करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। मरीज को डॉक्टर के निर्देशानुसार चलना-फिरना चाहिए और फिजियोथेरेपी के सेशन जारी रखने चाहिए। इसके साथ ही, घुटने की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए विशेष व्यायाम भी करना चाहिए।

घुटने की चोटों से बचाव

मेनिस्कस फटने से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • घुटनों को मजबूत बनाएं: नियमित व्यायाम से घुटनों की मांसपेशियों को मजबूत बनाएं।
  • सही तकनीक का पालन करें: खेल या किसी भी शारीरिक गतिविधि के दौरान सही तकनीक का पालन करें।
  • घुटनों को आराम दें: अगर घुटनों में हल्का दर्द या थकावट महसूस हो रही है, तो उन्हें पर्याप्त आराम दें।

निष्कर्ष

घुटने के मेनिस्कस फटना एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही समय पर इलाज और उचित देखभाल से इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। यदि आपको अपने घुटने में दर्द, सूजन या अन्य कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बिना देर किए किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें।

डॉ. सौरभ खरे और उनकी टीम जैसे अनुभवी विशेषज्ञों से संपर्क कर आप अपने घुटनों की बेहतर देखभाल कर सकते हैं। अपने घुटनों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतें और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत चिकित्सा सलाह प्राप्त करें।

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